जगदानन्दकारक
Thursday, 25 August 2011
जगदानन्दकारक ।
जय जानकी प्राणनायक ॥
गगनाधिप सत्कुलज राजराजॆश्वर
सुगुणाकर सुरसॆव्य भव्यदायक, सदा सकल ॥१॥
अमरतारकनिचय कुमुदहित परिपूर्ण अनघ सुरासुरपूज
दधिपयॊधिवासहरण सुन्दरतरवदन सुधामय वचॊवृन्द
गॊविन्द सानन्द मावर जराप्त शुभकरानॆक ॥२॥
निगम नीरजामृतजपॊषका निमिशवैरि वारिदसमीरण
खगतुरङ्ग सत्कविहृदालयागणित वानराधिपनताङ्घ्रियुग ॥३॥
इन्द्रनीलमणिसन्निभापघन चन्द्रसूर्यनयन अप्रमॆय
वागीन्द्रजनक सकलॆश शुभ्रनागॆन्द्रशयन शमनवैरि सन्नुत ॥४॥
पादविजितमौनिशाप सवपरिपालवर मन्त्रग्रहणलॊल
परमशान्तचित्त जनकजाधिप सरॊजभववरदाखिल ॥५॥
सृष्टिस्थित्यन्त्यकार अमित कामितफलद असमानगात्र
शचीपतिसुताब्धि मदहर अनुरागरागराजित कथासारहित ॥६॥
सज्जनमानसाब्धिसुधाकर कुसुमविमान सुरसारिपुकराब्जलालितचरण
अवगुणासुरगणमदहरण सनातन अजनुत ॥७॥
ॐकारपञ्जरकीर पुरहर सरॊजभव कॆशवादिरूप
वासवरिपुजनकान्तक कलाधराप्त करुणाकर शरणागतजनपालन
सुमनॊरमण निर्विकार निगमसारतर ॥८॥
करधृतशरजालासुरमदापहरण अवनीसुर सुरवनकवीन
बिलजमौनिकृतचरित्रसन्नुत श्रीत्यागराजनुत ॥९॥
पुराणपुरुष नृवरात्मज आश्रितपराधीन करविराधरावणविरावण
अनघपराशरमनॊहर विकृतत्यागराजसन्नुत ॥१०॥
अगणितगुण कनकचॆल सालविडलन अरुणाभसमानचरण
अपारमहिम अद्भुतसुकविजनहृत्सदन सुरमुनिगणविहितकलश
नीरनिधिजारमण पापगजनृसिंहवर त्यागराजाधिनुत ॥११॥
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