Pages

अभोगी - लाज राखो मोरी

Wednesday, 25 October 2017

राग - अभोगी
ताल - द्रुत एकताल


स्थायी
लाज राखो मोरी लाज राखो,
तुम तो दाता ॥

अंतरा
हम गरीब तुम दाता,
तुम तो गरीब नवाज़ ॥

0 comments:

Popular Posts