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यमन - धनिया धन धन देते रोहि

Friday, 17 June 2016

राग - यमन
ताल - द्रुत तीनताल


स्थायी
धनिया धन धन देते रोहि,
शूल सुलभ नाहि ॥

अंतरा
धन धन बाको नैन में रबसे,
लाजर प्रीता साँवरिया ने,
जाने अंतर देते रोहि,
शूल सुलभ नाहि ॥

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शिवमत भैरव - तोरी बारी फूल

Thursday, 2 June 2016

राग - शिवमत भैरव
ताल - द्रुत तीनताल


स्थायी
तोरी बारी फूल रही,
बरन बरन के फूलवा ॥

अंतरा
हूँ बल जाऊँ,
मोरे अंगना ॥

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